सोमवार, 2 मार्च 2009

रंग लाया रत्ना आल का संघर्ष

राजकोट जिले के रंगपुर गांव में रहने वाले नेत्रहीन रत्ना आल का संघर्ष आखिरकार रंग लाया है। सूचना के अधिकार के जरिए ग्राम पंचायत की पोल खोलने वाले रत्ना आल के आवेदनों ने ग्राम पंचायत पर इतना दबाव बना दिया है पंचायत को गांव को हाईवे से जोड़ने वाली सड़क को बनवाना पड़ा और उसके आसपास की झाड़ियों को भी साफ करना पड़ा। गौरतलब है कि रत्ना ने सूचना के अधिकार के जरिए पंचायत के विकास कार्यों के दावों झूठा साबित किया था। पंचायत ने गांव की सड़क की मरम्मत, वृक्षारोपड़, सड़क किनारे लगी झाड़ियों को साफ करने का दावा किया था। हालांकि रत्ना के लिए यह सब आसान नहीं रहा। ग्राम पंचायत ने सवाल पूछने पर रत्ना को बेइज्जत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पंचायत ने रत्ना से कहा कि तुम अंधे हो सूचना लेकर क्या करोगे?
अब रत्ना आरटीआई के परिणामों से रत्ना काफी उत्साहित हैं और वह ग्रामीणों की खुशी को महसूस कर रहे हैं।

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